थाना प्रभारी टीम के साथ पहुँची बृद्धाश्रम, बच्चों एवं ग्रामीणों को लंच पैकेट के साथ किया मास्क वितरण
मझौली।
थाना प्रभारी मझौली शाबेरा अंसारी जहां कोरोना वायरस के चलते लॉक डाउन के नियम एवं शर्तों के पालन कराने हेतु अपने कड़क मिजाजी व तेज तर्रार कार्यशैली के चलते आपराधिक प्रवृत्ति एवं मनचलों के लिए दहशत का पर्याय बनी हुई हैं उसी का नतीजा है की पूरे थाना क्षेत्र में कानून ब्यवस्था चुस्त दुरुस्त बनी हुई है। वहीं आज शनिवार को थाना प्रभारी का एक अलग ही रूप उस समय देखने को मिला जब वह अपनी टीम के साथ ग्राम ताला स्थित कैलाश स्वर्ण बृद्धाश्रम में पहुँच कर आश्रमवासियों से सौहार्द मुलाकात करते हुए स्वयं को उनके परिवार का सदस्य जैसे बताकर उनसे कुशलक्षेम जानने पहुंची व लंच पैकेट के साथ मास्क भेंट किया एवं कोरोना वायरस के रोक थाम का सुझाव भी आश्रम ब्यवस्थापक को दिया।
भावुक हुये दिव्यांग सुखराम व उसकी बेवा माँ---
बृद्धाश्रम के बाद थाना प्रभारी अपनी टीम के साथ ग्राम पांड स्थित दिव्यांग सुखराम साहू के आवास में पहुंचकर लंच पैकेट व मास्क भेंट कर उसका हाल -चाल पूँछने लगीं जिस पर सुखराम व उसकी 75 वर्षीय बेवा माँ गनेसिया खुसी के मारे भावुक हो उठे और काफी प्रसन्नता ब्यक्त करते हुए कहा की इस महामारी के चलते जहां लोंगों का एक दूसरे के घर जाना या मिलना प्रतिबंधित है बावजूद ऐसी महिला थाना प्रभारी ऐसे समय में हमारे घर आएँगी हमने कभी कल्पना ही नही किया था बल्कि यह घटनाक्रम स्वप्न जैसे लग रहा है।
थाना प्रभारी के अचानक वहां पहुँचने पर काफी संख्या में बच्चे व ग्रामीणजन कौतुहलबस अपने घरों से निकलने लगे जिस पर थाना प्रभारी एवं उनकी सहयोगी उपनिरीक्षक मोनिका पाण्डे द्वारा सभी को बुलाकर लंच पैकेट व मास्क भेंटकर उन्हें कोरोना वायरस को लेकर विधिवत समझाते हुए मास्क लगाने की उपयोगिता व लॉक डाउन का पूरी तरह से पालन करने की सलाह दी गई।और बच्चों के पढ़ाई की जानकारी भी लेते हुए सुझाव दिया गया।वहीं मीडिया द्वारा वृद्धाश्रम में आना विभागीय निर्देश है या निजी दौरा है इस पर थाना प्रभारी ने कहा कि वर्दी की जिम्मेदारी तो है ही साथ में हम मानव हैं तो नैतिकता व मानवता भी होनी चाहिए इसलिए यह निजी कार्यक्रम है।
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