जब बाप ने बेटी को किया सेल्यूट, : थाना प्रभारी बेटी के अधीन उप निरीक्षक पिता देंगे सेवा, दोनों हैं गौरान्वित
मझौली :-कुछ खास लोगों की जिंदगी में कभी-कभी ऐसा संयोग घटित होता है जो जिंदगी का अनोखा सुखद संयोग बन जाता है और समाज के लिए नजीर बनकर चर्चा का विषय हो जाता है।कुछ इसी तरह का संयोग मझौली थाने में देखने को मिला जहां प्रशिक्षण अवधि में बतौर थाना प्रभारी के रूप में जिले के मझौली थाना में तैनात महिला डीएसपी शावेरा अंसारी के खुशी और आश्चर्य का ठिकाना नहीं रहा जब उन्हें पता चला कि जिस थाने की वह प्रभारी हैं उसी थाने में उनके पिताजी सेवा देंगे और थाना पहुंचकर पिता ने बेटी को सेल्यूट किया।
थाना प्रभारी की माने तो उन्होंने कभी कल्पना भी नहीं की थी कि जिस पिता ने बचपन में स्नेह व दुलार कर विद्यार्थी जीवन में प्रवेश कराकर अनुशासित एवं जिम्मेवार विद्यार्थी की प्रेरणा दी और बड़ा होने पर देश के जिम्मेदार नागरिक बनने के साथ-साथ लोक सेवा आयोग की परीक्षा तैयारी में मार्गदर्शन देते रहे हैं आज वही पिता हमारे अंडर में अपनी ड्यूटी देंगे। लेकिन इस संयोग पर जो मनसे खुशी मिली उसे शब्दों में बयां नहीं किया जा सकता है वही उपनिरीक्षक पिता की माने तो पिता और गुरु की सदा ही चाह रही है कि उनके बच्चे उनसे भी ऊंचा मुकाम हासिल करें यही उनके लिए गौरव और खुशी की बात है।शायद पूर्वजों की रहमों करम व कृपा से जिस बेटी को मैंने पाल पोस कर इस मुकाम तक पहुंचाया आज उसी के अधीन ड्यूटी करने का संयोग बना है जो काफी सुखद क्षण है इसे भावनाओं से ही व्यक्त किया जा सकता है और ऐसा संयोग कुछ भाग्यशाली लोगों को ही मिलता है जिनमें मेरा और मेरे बेटी का भी नाम जुड़ गया है। बताते चलें कि मझौली थाने में डीएसपी शावेरा अंसारी के पिता अशरफ अली अंसारी भी उपनिरीक्षक हैं और किसी काम से उत्तर प्रदेश के जिला बलिया गए हुए थे लेकिन देश में कोरोना वायरस के संक्रमण के रोकथाम के लिए लाक डाउन लागू किया गया है उसी में फंस ग ए थे और पीएचक्यू के आदेश से सीधी में ही रह गए। इसी बीच पीएचक्यू ने आदेश जारी कर दिया कि जो जहां है वही अपनी सेवा देंगे जिसके तहत अशरफ अली अंसारी को अपने बेटी के प्रभार वाले थाना में आमद देनी पड़ी। थाने में बना यह संयोग चर्चा का विषय बना है।
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