जान जोखिम में डाल दैनिक वेतन भोगी कर रहे काम,सरकार क्या कर रही इनका इंतजाम
मझौली।
देश में फैल रहे को कोरोना संक्रमण रोग के संकट समय में भी दैनिक वेतन भोगी के रूप में कार्य कर रहे विभागीय कर्मचारी जिसमें ग्रामीण स्वास्थ्य यांत्रिकी( पीएचई) नगर परिषद पंचायत कर्मी,पंचायत जो बतौर शासकीय सेवक दैनिक वेतन भोगी के रूप में विभागों में कार्य कर रहे हैं। जो इस संकट की घड़ी में अपनी जान जोखिम में डालकर हैंडपंप सुधार, पाइपलाइन सुधार ,अग्निशमन यंत्र, सफाई कर्मी इत्यादि किसी ना किसी रूप में विभाग द्वारा कार्य करने के लिए बंधित किए गए हैं घटते जलस्तर के कारण क्षेत्र के हैंड पंप पानी की जगह हवा देने लगे हैं जहां पानी की अपूर्ति को दूर करने के लिए पीएचई विभाग के सभी दैनिक वेतन भोगी कर्मचारी हैंडपंप सुधार में लगे हुए हैं वहीं नगर परिषद एवं पंचायतों में कार्यरत कर्मचारी जो फायर वाहन ,नगर सैनेटाइजर ,सफाई कर्मी तथा हैंडपंप सुधारक आज कई महत्वपूर्ण कार कर रहे हैं ।किंतु सरकार द्वारा अभी तक इस संकट के समय में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका देने वाले मजदूर दैनिक वेतन भोगी, चपरासी ,चौकीदार के लिए अभी तक सरकार द्वारा कोई भी ऐसी पहल नहीं की गई है की इनके विषम परिस्थितियों में क्या कुछ सुविधा उपलब्ध होगी फिर भी बड़ी जवाबदारी के साथ क्षेत्र में किसी तरह की कोई समस्या ना हो अपने अधिकारियों के निर्देश आदेश पर काम पर लगे हुए हैं। समाचार पत्र के माध्यम से इन विभागों में कार्यरत कर्मचारी शासन- प्रशासन का ध्यान आकृष्ट कराने का संकेत दिए हैं। अब देखना होगा कि इन दैनिक वेतन भोगी मजदूरों के लिए शासकीय स्तर पर क्या कुछ कवायद की जाएगी।
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