कोरोना से लड़ने के लिए महिला पुलिस योद्धा बनकर कर रही हैं काम
मझौली।
कोरोना से लड़ने के लिए पुलिस योद्धा बनकर काम कर रही है। रात-दिन पुलिस टीम के जवान और अधिकारी सड़कों पर व्यवस्था बनाने में लगे हैं। प्रयास किया जा रहा है कि लॉक डाउन को सफल बनाया जाए। इस दौरान पुलिसकर्मियों को कई बार खाना तक नसीब नहीं हो रहा है। बावजूद इसके पुलिस के जज्बे में कोई कमी नहीं दिख रही।रोड पर बेवजह घूम रहे लोगों को सख्ती बरत घर मे रहने की हिदायत दी जाती है।लोगों में जन जागरूकता भी फैलाया जा रहा है जिसमे सामाजिक दूरी बना कर ही रहें इसका ख्याल सभी को रखना है।
2. मोनिका पांडेय ने बताया कि। हम लोग घर-परिवार छोड़ कर यहां 15- 16 घण्टे लगातार अपने ड्यूटी में तत्पर हैं लोगों से अपील है कि सभी अपने-अपने घर में रहे। जब उनसे यह भी पूछा कि क्या उन्हें भी इस संक्रमण के खतरे से डर लगता है? उन्होंने जवाब दिया कि जिम्मेदारी इतनी बड़ी है कि घर की परवाह किए बिना वह अपना काम कर रही हैं.
"ज्यादातर जगह हम लोगों से अपील करते हैं, लेकिन जब हालात ठीक नहीं होते तब हमें सख़्त रुख भी दिखानी पड़ती है. हमारी कोशिश रहती है कि लोग घरों में ही रहें, जिससे हम उनकी जान बचा सकें।"
3. मेघा तिवारी कहीं कि घर वालों को भी उनकी फिक्र होती है। लेकिन हम लोग कोरोना को हराने के लिए लगातार ड्यूटी में 15 से 16 घण्टे तक डंटे रहते हैं।
4. निशा पटेल के द्वारा कहा गया कि ऐसे माहौल में जिम्मेदारी बढ़ी है, ऐसे में उन्हें डर से आगे निकलकर काम करना पड़ता है।
0 टिप्पणियाँ