वायरोलाजी रिसर्च एवं डायग्नोस्टिक लैबोरटरी का हुआ शुभारंभ, कोरोना वायरस सेम्पल की 24 घण्टे के अंदर मिलेगी जांच रिपोर्ट
रीवा।
रीवा और शहडोल संभाग के कमिश्नर डॉ. अशोक कुमार भार्गव ने आज संजय गांधी स्मृति चिकित्सालय में वायरोलाजी रिसर्च एवं डायग्नोस्टिक लैबोरटरी का शुभारंभ किया। उन्होंने कहा कि आईसीएमआर से स्वीकृति मिलने के बाद संभाग का पहला वायरोलाजी लैब संजय गांधी स्मृति चिकित्सालय में स्थापित किया गया है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में कोरोना महामारी के कारण आवश्यकता को देखते हुए अल्पअवधि में इस लैबोरेटरी को समस्त मानकों को पूरा करते हुए अथक परिश्रम से तैयार किया गया है।
कमिश्नर डॉ. भार्गव ने कहा कि वायरोलाजी लैब में आईसीएमआर की गाइडलाइन के अनुसार वायरस आईसोलशेन, आरएनए प्रोसेसिंग एवं मशीन का संचालन किया जायेगा। इससे कोरोना वायरस संक्रमण से ग्रसित मरीज का सेम्पल 24 घण्टे में प्राप्त हो जायेगा। उन्होंने बताया कि सेम्पल प्राप्त होने पर कोरोना मरीज की पुष्टि रिपोर्ट प्राप्त हो जायेगी। इस लैब के विस्तार के द्वितीय चरण में सीबी-नाट मशीन से भी कोरोना जांच हो सके इसके प्रयास किये जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि संजय गांधी अस्पताल में वायरोलाजी रिसर्च डायग्नोस्टिक लैब की स्थापना होने से रीवा एवं शहडोल संभाग के कोरोना संक्रमित मरीजों की जांच प्रारंभ हो गई है। लैब में प्रति दिवस 30 नमूनों की जांच कर वायरस के संक्रमण का पता लगाया जायेगा। अस्पताल में आईसोलेशन बेड सहित वेंटीलेटर एवं आईसीयू बेड आरक्षित किये गये हैं। बीमारी से बचाव के संबंधित उपकरण जैसे एन-95 मास्क, पर्सनल प्रोटेक्शन किट एवं सेनेटाइजर पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध है। कमिश्नर ने कहा कि स्वास्थ्य कर्मियों को प्रोटेक्शन के लिए किट उपलब्ध करायी जाये। चिकित्सालय के मुख्य द्वार में आने वाले प्रत्येक व्यक्ति को हाथ धुलाने व सेनेटाइज करने की व्यवस्था की जाये।
इस अवसर पर संजय गांधी महाविद्यालय के डीन डॉ. एपीएस गहरवार, अधीक्षक डॉ. पीके लखटकिया, माइक्रो बायोलाजी विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. अमरेश निगुड़गी, सीएमओ, डॉ. अतुल सिंह एवं डॉ. यत्नेश त्रिपाठी मौजूद थे।
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