"महिला दिवस" के उपलक्ष्य पर लिखी गई अभिमन्यु पांडेय की ये पंक्तियां....
सबसे पहले अम्मा तोहँका
महिला दिवस मुबारक हो
रूप, रंग,काया तुम दीन्हे
जीवन के उद्धारक हो
बहन बेटियां घर की रौनक
प्रेम, त्याग की मूरत हैं
समता का अधिकार मिले,
आदर की बहुत जरूरत है
दुख-सुख में जो साथ निभावे
घर को स्वर्ग बनाती है
नमन तीसरा उस देवी को
जो सत मार्ग दिखाती है
दादी, मौसी, बुआ व चाची
आप मेरे संस्कारक हो
साली, सरहज , और सभी को
महिला दिवस मुबारक हो
महिला दिवस मुबारक हो
अभिमन्यु पांडेय
डिप्टी जेलर
सतना ,मध्यप्रदेश
के द्वारा लिखी गई कविता
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