गली - गली फेरी लगाकर कालीन-चादरें बेचने वाले निकले डकैत, प्रॉडक्शन वारंट जारी
जबलपुर।
शहर की गलियों में फेरी लगाकर कालीन और चादरें बेचने वालों पर अक्सर कोई ध्यान नहीं देता परंतु जबलपुर पुलिस ने खुलासा किया है कि बांग्लादेश के डकैत इसी तरह शहर का सर्वे( रेकी) करते थे। कालीन और चादरें बेचने के नाम पर उन्होंने पूरे शहर में सर्वे किया और फिर डकैती डाली। इस तरह की वारदात वे केवल जबलपुर शहर में नहीं की बल्कि मध्य प्रदेश सहित भारत के कई शहरों में की है। बांग्लादेशी डकैतों का एक गिरोह केरल पुलिस की गिरफ्त में है।
प्रोडक्शन वारंट जारी:-
नेपियर टाउन निवासी कलर लैब संचालक के घर डकैती डालने से पूर्व गिरोह के सदस्यों ने कंधे पर कालीन व चादरें टांगकर शहर में फेरी लगाई थी। डकैती की ज्यादातर घटनाओं में बांग्लादेशी गिरोह ने यही रणनीति अपनाई थी। इधर, बांग्लादेशी डकैत मानिक सरकार को केरल से जबलपुर लाने की प्रक्रिया आसान हो गई है। ओमती पुलिस के आवेदन पर न्यायालय ने मानिक के खिलाफ प्रॉडक्शन वारंट जारी कर दिया है। वारंट की तामीली के लिए पुलिस आरक्षक को केरल भेजा गया है।
दूसरे बांग्लादेशी डकैत मोहम्मद इलियास के खिलाफ प्रॉडक्शन वारंट जारी कराने के बाद 11 फरवरी को एसआई सतीश झारिया के नेतृत्व में पुलिस टीम को केरल भेजा जाएगा। जबलपुर में हुई डकैती की कई घटनाओं में संदेही मानिक व इलियास को यहां लाकर पूछताछ की जाएगी।
कई जगहों पर बढ़ाई चेकिंग :-
बांग्लादेशी डकैतों से मिले इनपुट के बाद पुलिस ने होटल, लॉज, धर्मशाला व ढाबों की चैकिंग बढ़ा दी है। दरअसल, डकैत गिरोह के सदस्य जिस शहर में वारदात करने पहुंचते हैं वहां रेलवे स्टेशन समेत उक्त स्थानों पर डेरा डालते हैं। हालांकि केरल गिरोह के प्रमुख बदमाशों की केरल में गिरफ्तारी के बाद बांग्लादेशी गिरोह भूमिगत हो गया है फिर भी पुलिस आश्रय स्थलों पर डेरा डाले लोगों पर कड़ी नजर रख रही है।
कई शहरों में डकैती की वारदात:-
बांग्लादेशी डकैतों का गिरोह जबलपुर समेत प्रदेश के कई शहरों में वारदात कर चुका है। जांच अधिकारी ने बताया कि बांग्लादेशी गिरोह के सदस्यों से पूछताछ के लिए देश के कई शहरों से पुलिस टीम केरल पहुंच रही है।
0 टिप्पणियाँ