हाई स्कूल एवं हायर सेकेण्डरी स्कूल परीक्षा के लिए नोडल अधिकारी नियुक्त ,देखिये और क्या हुए नियम में बदलाव
भोपाल।
राज्य शासन ने हाई स्कूल एवं हायर सेकेण्डरी स्कूल परीक्षा-2020 में परीक्षा के दौरान नकल पर प्रभावी नियंत्रण तथा परीक्षाएँ निर्विघ्न सम्पन्न कराने के लिये जिला पंचायतों के मुख्य कार्यपालन अधिकारियों और अपर संचालक स्कूल शिक्षा को नोडल अधिकारी नियुक्त किया है। परीक्षाओं के लिये तैनात लगभग 50 हजार शिक्षक एवं गैर-शिक्षक कर्मचारियों का 15 फरवरी से 20 मई, 2020 तक का बीमा कराया गया है।
ज्ञातव्य है कि हाई स्कूल सर्टिफिकेट (कक्षा-10वीं) परीक्षा 3 मार्च से तथा हायर सेकेण्डरी स्कूल सर्टिफिकेट एवं व्यावसायिक परीक्षा 2 मार्च से प्रारंभ हो रही हैं। इस वर्ष लगभग 19 लाख 38 हजार 308 छात्र-छात्राएँ हाई स्कूल एवं हायर सेकेण्डरी स्कूल तथा हायर सेकेण्डरी व्यावसायिक परीक्षाएँ देंगे। हाई स्कूल परीक्षा के लिये 3936 एवं हायर सेकेण्डरी परीक्षा के लिये 3659 परीक्षा केन्द्र बनाये गये हैं। हाई स्कूल नियमित/स्वाध्यायी, हायर सेकेण्डरी/हायर सेकेण्डरी व्यावसायिक एवं डीपीएसई एवं शारीरिक शिक्षा प्रशिक्षण पत्रों की परीक्षाएँ एक ही पारी में सुबह 9 से दोपहर 12 बजे तथा हाई स्कूल/हायर सेकेण्डरी दिव्यांग विद्यार्थियों की परीक्षाएँ दोपहर एक बजे से शाम 4 बजे तक होंगी।
प्रायोगिक परीक्षाएँ:-
हाई स्कूल एवं हायर सेकेण्डरी स्कूल एवं हायर सेकेण्डरी व्यावसायिक पाठ्यक्रम परीक्षाओं के नियमित छात्र-छात्राओं की प्रायोगिक परीक्षाएँ 12 से 26 फरवरी के बीच उन्हीं विद्यालयों में होंगी, जहाँ वे पढ़ते हैं। स्वाध्यायी विद्यार्थियों की प्रायोगिक परीक्षाएँ उन्हें आवंटित परीक्षा केन्द्रों में 7 मार्च से 31 मार्च के बीच संचालित की जायेंगी।
प्रवेश-पत्र:-
सभी परीक्षार्थियों के प्रवेश-पत्र कम्प्यूटर से तैयार कराये गये हैं, जिनमें छात्र-छात्राओं के फोटो के साथ ही परीक्षार्थी की जानकारी तथा विषय की परीक्षा तिथि अंकित है। सभी छात्र-छात्राओं के प्रवेश-पत्र जिले की समन्वय संस्थाओं को वितरण के लिये पूर्व में ही उपलब्ध करा दिये गये हैं। परीक्षार्थी अपने परीक्षा आवेदन-पत्र के एप्लीकेशन आई.डी. के आधार पर प्रवेश-पत्र डाउनलोड भी कर सकते हैं। परीक्षा देने वाले छात्र-छात्राओं की फोटो का मिलान प्रवेश-पत्र से न होने पर मौखिक पूछ-ताछ में सम्पूर्ण जानकारी लेकर पूर्ण जाँच-पड़ताल के बाद ही परीक्षा केन्द्र में प्रवेश दिया जायेगा। प्रवेश-पत्र गुम हो जाने की दशा में विद्यार्थियों द्वारा स्वयं डाउनलोड किया गया प्रवेश-पत्र प्रमाणित किये जाने के पश्चात् ही परीक्षा केन्द्र में प्रवेश दिया जायेगा।
परीक्षा केन्द्रों पर मोबाइल आदि पूर्णत: प्रतिबंधित
परीक्षा केन्द्रों पर मोबाइल फोन, साधारण केल्कुलेटर, साइंटिफिक केल्कुलेटर, पेजर, कम्प्यूटर का उपयोग पूरी तरह से प्रतिबंधित रहेगा। स्विच-ऑफ स्थिति में भी मोबाइल फोन परीक्षा केन्द्र में किसी भी परीक्षार्थी के पास पाया जाता है, तो इसे अनुचित साधन का प्रकरण माना जायेगा। परीक्षा में अनुचित साधन का उपयोग करने वाले विद्यार्थियों पर कड़ी कार्यवाही होगी। ऐसे परीक्षार्थी की उत्तर-पुस्तिका एवं अनुचित साधन जप्त किये जाकर नकल प्रकरण बनाया जायेगा। नकल रोकने के लिये कड़ी निरीक्षण व्यवस्था की जा रही है। परीक्षा केन्द्रों पर सतत निगरानी के लिये आवश्यकतानुसार उड़नदस्तों का भी गठन किया गया है।
इस वर्ष पूरे प्रदेश में 793 परीक्षा केन्द्रों को संवेदनशील एवं अति-संवेदनशील चिन्हित किया गया है। संबंधित जिला कलेक्टर द्वारा इन केन्द्रों पर परीक्षा के दौरान आवश्यकतानुसार धारा-144 भी लगाई जा सकती है।
नकल रोकने सघन तलाशी;-
परीक्षा में नकल रोकने के लिये परीक्षा केन्द्रों पर दो पुरुष एवं दो महिला शिक्षक नियुक्त किये जायेंगे। पहली तलाशी परीक्षा केन्द्र के प्रवेश-द्वार पर होगी तथा दूसरी तलाशी प्रत्येक कक्ष के बाहर परीक्षा प्रारंभ होने के पूर्व शालीनतापूर्वक होगी। दोनों बार अलग-अलग शिक्षक तलाशी लेंगे।
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