विद्यालय छोड़ आधार कार्ड बनाने में व्यस्त खमचौरा प्रभारी प्राचार्य, अवैध तरीके से संचालित है आधार सेंटर

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विद्यालय छोड़ आधार कार्ड बनाने में व्यस्त खमचौरा प्रभारी प्राचार्य, अवैध तरीके से संचालित है आधार सेंटर




विद्यालय छोड़ आधार कार्ड बनाने में व्यस्त खमचौरा प्रभारी प्राचार्य, अवैध तरीके से संचालित है आधार सेंटर


मझौली।

सीधी जिले के मझौली जनपद अंतर्गत शासकीय हाई स्कूल खमचौरा विद्यालय के प्रभारी प्राचार्य कपिल मुनि गुप्ता स्कूल के बजाय अपनी दुकान चला रहे हैं यह सिलसिला पूरे सत्र तक चलता रहा  प्रभारी प्राचार्य विद्यालय में पूरे  समय  तक कभी उपस्थित नहीं रहे 2 या 3 घंटे स्कूल में बिताने के बाद अवैध तरीके से फर्जी आधार सेंटर में पहुंच जाते हैं । और अवैध तरीके से वसूली करते हैं। सबसे बड़ी बात तो यह है के उनकी पत्नी भी शासकीय हायर सेकंडरी विद्यालय पांड में अतिथि शिक्षिका के रूप में पदस्थ हैं। लेकिन ओ भी अपने पति कपिल मुनि गुप्ता के साथ आधार कार्ड बनवाने में पूर्ण सहयोग करती हैं जिसमें विद्यालय की पढ़ाई चौपट हो रही है।


 आधार कार्ड बनाने के नाम पर चल रहे फर्जीवाड़े पर नहीं लग पा रही रोक।निजी दुकानों में फर्जी तरीके से चल रही आधार कार्ड बनाने के मामले लगातार आ रहे हैं, बेख़ौफ़ तरीके से निजी दुकान संचालकों द्वारा चोरी छिपे आधार कार्ड का काम किया जा रहा है।जबकि शासकीय संस्थानों में आधार कार्ड बनाने के लिए आदेश दिया गया है।
   मझौली में संचालित ई ज्ञान सूचना सेवा केंद्र जिसके संचालक  शासकीय हाई स्कूल खमचैरा प्रभारी प्राचार्य कपिल मुनि गुप्ता का है, जहां आधार बनाने के प्रति आधार कार्ड अवैध तरीके से डेढ़ सौ रूपए से 200 रुपये तक वसूल किए जाने की शिकायत आये दिन आती रहती थी ।
जब ये खबर मीडिया को लगी तो मीडिया टीम उनके दुकान में 2 बजे मौके पर पहुंची जिसमें प्रभारी प्राचार्य और उनकी पत्नी आधार कार्ड बनाने में मस्त थे , आपको बता दें कि उनकी पत्नी पांड स्कूल में अतिथि शिक्षिका के रूप में पदस्थ हैं।


आधार कार्ड की सरकारी फीस है ₹50:-

   आपको बता दें कि नया आधार कार्ड बनाने के लिए कोई शुल्क नहीं है और सुधार के लिए 50 रुपये सरकार द्वारा निर्धारित किया गया है। जबकि फर्जी तरीके से संचालित दुकान में ₹150 से ₹200 रुपए लिया जा रहा है।


अवैध तरीके से संचालित आधार केंद्र:- 



आधार कार्ड बनाने के लिए सरकार द्वारा निर्धारित किया जाता है, लेकिन ई ज्ञान सूचना सेवा केंद्र फर्जी तरीके से दूसरे के आईडी से चलाया जाता है।


मीडिया को देख पीछे के दरवाजे से भागे:-

जब मीडिया की टीम फर्जी आधार केंद्र में पहुंची तो दोनों पति - पत्नी दरवाजे के पीछे से भाग निकले, और आनन फानन में प्रभारी प्राचार्य अपने विद्यालय पहुंच गए।


 और जब मीडिया टीम प्रभारी प्रचार्य के स्कूल में पहुंची तो ओ अपने विद्यालय में पहुंच गए थे । पूछने पर अपनी बातों पर फंसते नजर आए, उनके द्वारा  बताया गया की जन शिक्षक केंद्र में काम से गये हुए थे।




इनका कहना है👇👇


अभी तो हम कुछ नहीं कह सकते हैं देखने के बाद ही कुछ करेंगे और स्कूल के बच्चों एवं गाँव के अभिभावक से पूछने के बाद अगर सही निष्कर्ष निकलता है तो कार्यवाही की जाएगी।


 अरविंद सिंह गहरवार
ब्लॉक शिक्षा अधिकारी मझौली

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