कोरोना वायरस के मिले तीन संदिग्ध मरीज, जानिए कोरोना वायरस की आयुर्वेदिक एवं होम्योपैथिक दवा
दिल्ली/उत्तरप्रदेश।
उत्तर प्रदेश के तीन लोगों में खतरनाक कोरोना वायरस के लक्षण नजर आए हैं। संदेश के आधार पर तीन मरीजों के नमूने एकत्र किए गए हैं। जांच के लिए नमूने केजीएमयू भेजे गए हैं। अब तक सात मरीजों के नमूने कोरोना वायरस के शक के आधार पर एकत्र किए गए हैं। पहले लिए गए चार नमूनों में तीन में संक्रमण की पुष्टि नहीं हुई है।
कोरोना वायरस से प्रभावित देशों से लौटे 354 यात्रियों की डिस्टिक सर्विलांस टीम ने पहचान की है। इन पर नजर रखी जा रही है। अधिकारियों का कहना है कि इन लोगों को घरों में रहने की सलाह दी गई है। साथ ही परिवार के सदस्यों से ज्यादा न मिलने जुलने की सलाह दी गई है। अधिकारियों का कहना है कि कोरोना वायरस प्रभावित देश से लौटे सभी लोगों की सेहत ठीक है।
मंगलवार को तीन लोगों के नमूने एकत्र किए गए हैं। इन तीनों लोग वाराणसी, नोएडा और बागपत के रहने वाले हैं। विदेशों से लौटे तीनों लोग सर्दी-जुकाम समेत दूसरे लक्षणों से पीड़ित है। इन तीनों के नमूने स्वास्थ्य विभाग की टीम ने एकत्र किए हैं। जांच के लिए नमूने केजीएमयू भेजे गए हैं।
इस दवा का कर सकते हैं उपयोग:-
आयुर्वेद में दवा का नाम वसाका (आडूसा) होम्योपैथी में Justicia adhatoda (वसाका) नाम से उपलब्ध है।
आयुर्वेद के सभी कफ सिरफ में वसाका का उपयोग होता है, इसलिए किसी भी कंपनी का आयुर्वेदिक कफ सिरफ ले सकते है।
होम्योपैथी में किसी भी कंपनी के कफ सिरफ में Justicia Adhatoda (वसाका) की मदर टिंचर की 20-30 बूदों को मिलाकर सेवन कर सकते हैं।
सावधानियां:-
आईसक्रीम, कुल्फी, सभी प्रकार की कोल्ड ड्रिंक्स, सभी प्रकार के प्रिज़र्वेटिव फूड्स, डिब्बा बंद भोजन, मिल्क शेक, कच्चा बर्फ यानी गोला चुस्की, मिल्क शेक या मिल्क स्वीटनर 48 घंटे पुराने खाने से रुके क्योंकि कोरोना वायरस गर्मी से निष्क्रिय हो जाता है, इस लिए तेज़ गर्मी यानी 35℃ से ज्यादा होने तक रुके।
नोट:- लक्षण दिखाई देने पर विशेषज्ञ डॉक्टर से संपर्क जरूर करें। इसके बाद संबंधित दवाइयों का उपयोग करें।
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