दशरथ विश्वामित्र के संवाद पर मंत्रमुग्ध हुए दर्शक बरसों बाद मझौली में शुरू हुआ रामलीला प्रोग्राम

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दशरथ विश्वामित्र के संवाद पर मंत्रमुग्ध हुए दर्शक बरसों बाद मझौली में शुरू हुआ रामलीला प्रोग्राम




दशरथ विश्वामित्र के संवाद पर मंत्रमुग्ध हुए दर्शक, बरसों बाद  मझौली में शुरू हुआ रामलीला प्रोग्राम


मझौली।
नगर परिषद में 11 जनवरी से रामलीला का कार्यक्रम प्रारंभ हुआ है जो आगामी 20 जनवरी तक चलेगा।बताते चलें कि कई वर्षों के अंतराल के बाद रामलीला का कार्यक्रम  सुरू हुआ है जिससे लोगों में काफ़ी उत्साह देखा जा रहा है।तीसरे दिन जहां गांधि तनय मुनि  विश्वामित्र राजा दशरथ के दरबार में पहुंचकर राक्षसों से परेशान होने एवं मुनि महात्माओं के यज्ञ रक्षा हेतु राम लक्ष्मण को मांगने पहुंचे जहां राजा दशरथ ने अपने शानदार प्रस्तुति में जन समुदाय  तक यह संदेशा दिए कि संसार में धन-संपत्ति के साथ ही आदमी का जीवन भी पुत्र मोह से कमतर है और यही बात राजा दशरथ अपने संवाद में मुनि विश्वामित्र को बताया कि पूरा राज वैभव के साथ यदि जरूरत हो तो वे अपना प्राण भी देने को तैयार हैं लेकिन अपने पुत्रों को नहीं दे सकते हैं। तदुपरांत कुलगुरु मुनि वशिष्ट जी पहुंचकर राम जन्म के उद्देश्य एवं उनके वैष्णव अवतार का वर्णन करते हुए आध्यात्मिक उपदेश  दिए तब जाकर राजा दशरथ गुरु आज्ञा अनुसार राम व लक्ष्मण को मुनि विश्वामित्र के साथ जंगल को जाने की अनुमति प्रदान किए। जहां रास्ते मे ताड़का वध एवं खर दूषण का तांडव जैसा मंचन किया गया और चौथे दिन खर दूषण वध, धनुष यज्ञ एवं लक्ष्मण- परशुराम संवाद का कार्यक्रम होना है। इस ठंड के बावजूद काफी मात्रा में दर्शक पहुंचकर रामलीला का आनंद ले रहे हैं दर्शकों की संख्या दिनों दिन बढ़ती जा रही है जिससे यह कहना गलत ना होगा कि भाव  भक्ति और आस्था इस ठंड के सीजन में भारी पड़ रहा है। आयोजन स्थल  देवी मंदिर रोड एयरटेल टावर के पास है। कार्यक्रम शाम  7:30 बजे से रात 10:30 बजे तक किया जाता है।रामलीला मंडली में वाराणसी, मिर्जापुर से कलाकार आए हुए हैं जिसमें पंडित प्रकाश व्यास जी संचालक, पंडित संदीप कुमार (अध्यक्ष) ,समर प्रताप सिंह गहरवार (त्रिलोक राज), हैं।

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