बाल संरक्षण विषय पर मूवी दिखा कर बच्चों को किया जागरूक
जनपद कार्यालय एवं उत्कृष्ट विद्यालय में आयोजित हुआ कार्यक्रम
मझौली:- मझौली जनपद क्षेत्र का परियोजना स्तरीय "बाल संरक्षण अधिनियम" का प्रशिक्षण कार्यक्रम महिला एवं बाल विकास परियोजना मझौली के आयोजकत्व में जनपद कार्यालय के प्रज्ञा भवन में संपन्न हुआ। जहां कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे उपखंड अधिकारी द्वारा भारत मां के प्रतिमा पर दीप प्रज्वलन कर माल्यार्पण के साथ कार्यक्रम प्रारंभ किया गया।
समेकित बाल संरक्षण योजना अंतर्गत परियोजना स्तरीय प्रशिक्षण कार्यक्रम की अध्यक्षता उपखंड अधिकारी मझौली ए के सिंह के द्वारा की गई वही विशिष्ट अतिथि के रूप में विनोद जायसवाल जनपद सदस्य एवं राजकुमार तिवारी सामाजिक कार्यकर्ता उपस्थित रहे।
जहां बाल संरक्षण अधिनियम को लेकर परियोजना अधिकारी ललिता मिश्रा द्वारा विस्तार पूर्वक बताया गया जिसमें कहा गया कि समेकित बाल संरक्षण योजना अंतर्गत किशोर न्याय बालकों की देखरेख और संरक्षण अधिनियम 2015 एवं बालकों का लैंगिक अपराधों से संरक्षण (पास्को)(pocos) अधिनियम 2012 के तहत उद्देश है कि बच्चों की सही देखरेख, संरक्षण और उपचार तथा उनकी विकास संबंधित जरूरतों को पूरा करना है।18 वर्ष से कम उम्र के बच्चे किशोर कहलाते हैं जिन बच्चों की देखरेख की जरूरत होती है उन बच्चों को बाल कल्याण समिति के समक्ष प्रस्तुत किया जाता है इस समिति में एक अध्यक्ष चार सदस्य जिसमें एक सदस्य महिला होना जरूरी रहता है इस समिति में बच्चों को पुलिस प्रशासन, चाइल्ड लाइन, सोशल वर्कर के माध्यम से भेजा जाता है।बच्चों के संरक्षण हेतु बाल गृह, शिशु ग्रह, आश्रय गृह आदि होते हैं। जिनमें बच्चों के खानपान व अन्य सुविधाओं से संबंधित तथा बच्चों के विकास संबंधित जरूरतों पर ध्यान दिया जाता है।
बाल अपराध के संदर्भ में कार्यवाही:--
विधि विरुद्ध आए बालकों को किशोर न्याय बोर्ड (जेजे बी) के सामने 24 घंटे के भीतर पेश किया जाना चाहिए। बाल आरोपी के माता-पिता को तुरंत सूचना दी जाती है तथा बाल आरोपी को किसी भी हालत में कारावास में नहीं रखा जा सकता है।बाल अपराधी को संप्रेक्षण गृह में रखा जाता है।
इसी विषय को लेकर अन्य वक्ताओं द्वारा भी अपने-अपने विचार रखे गए जिनमें खंड चिकित्सा अधिकारी डॉ राकेश तिवारी द्वारा बच्चों के स्वास्थ्य संबंधी जानकारी देते हुए मातृ एवं शिशु मृत्यु दर में सुधार लाने, किशोरी बालिकाओं की स्वास्थ संबंधी सलाह एवं पोषण आहार, गर्भावस्था एवं प्रसव पूर्व व प्रसव के बाद स्वास्थ संबंधी जानकारी दी गई और कहा गया कि आज भी ग्रामीण क्षेत्र में प्रसूता महिला को प्रसव के बाद 4 से 5 दिन तक खाना और पानी नहीं दिया जाता है जो बहुत ही गलत कुप्रथा है जिससे उस महिला के स्वास्थ्य पर विपरीत प्रभाव पड़ता है इस कुप्रथा को हटाना चाहिए और प्रसव के कुछ घंटे बाद ही महिला को खाना नाश्ता देना चाहिए।वही ओमप्रकाश पांडेय ब्लॉक समन्वयक स्वच्छ भारत मिशन के द्वारा स्वच्छता एवं शौचालय की उपयोगिता पर विस्तार से बताया गया और सब संकल्प दिलाया गया कि अपने घरों में शौचालय बनवाया जाए। कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे उपखंड अधिकारी द्वारा भी बाल संरक्षण अधिनियम के बारे में विस्तार से बताते हुए इस अधिनियम के क्रियान्वयन संबंधी जानकारी भी विस्तार से बताई गई और मानव श्रृंखला बनाकर कन्या भ्रूण हत्या जैसे सामाजिक कुप्रथा को हटाने का और लिंग भेद समाप्त करने एवं व्यक्तिगत तौर पर व सामूहिक तौर पर कन्या भ्रूण हत्या जैसे कुप्रथा को खत्म करने की मुहिम में अपना सहयोग प्रदान करने का संकल्प दिलाया गया एवं बेटी पढ़ाओ -बेटी बढ़ाओ के अभियान को अपना समर्थन और सहयोग देने का भी संकल्प दिलाया गया वहीं रैली के माध्यम से बाल संरक्षण अधिनियम के प्रचार प्रसार के लिए तहसील कॉलोनी अस्पताल परिसर एवं थाना तक रैली निकालकर जन जागरूकता के फैलाई गई। कार्यक्रम में मुख्य कार्यपालन अधिकारी विजय कुमार श्रीवास्तव, प्रदीप मांडले लेखा अधिकारी ,संत कुमार वर्मा परियोजना समन्वयक क्विंटन फाउंडेशन के द्वारा भी स्वास्थ्य संबंधी एवं आयोजित विषय पर विचार रखे गए वहीं कार्यक्रम में महिला बाल विकास की सुपरवाइजर, आंगनवाड़ी कार्यकर्ता एवं किशोरी बालिकाएं काफी मात्रा में शामिल रहीं।
उत्कृष्ट विद्यालय में आयोजित
हुआ कार्यक्रम:--
इसी तरह 7 जनवरी को शासकीय उत्कृष्ट एवं मॉडल उच्चतर माध्यमिक विद्यालय के छात्र -छात्राओं के मध्य कार्यक्रम आयोजित किया गया जहां कार्यक्रम के मुख्य अतिथि पीएन मिश्रा प्राचार्य मॉडल विद्यालय रहे वही राम लखन शर्मा सहायक उपनिरीक्षक थाना मझौली ने अध्यक्षता की। विशिष्ट अतिथि के रुप में ज्योति प्रकाश नामदेव सामाजिक कार्यकर्ता की उपस्थिति में कार्यक्रम आयोजित हुआ जहां बाल संरक्षण अधिनियम पर आधारित मूवी दिखा कर छात्र -छात्राओं को जागरूक किया गया वही परियोजना अधिकारी ललिता मिश्रा द्वारा बाल संरक्षण पर विस्तार पूर्वक बताया गया और छात्र छात्राओं को आत्मरक्षा एवं सर्वांगीण विकास के बारे में बताया गया।वहीं लाडो अभियान, बेटी बचाओ- बेटी पढ़ाओ एवं शौर्या दल के संबंध में भी विस्तार पूर्वक जानकारी दी गई। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि एवं अध्यक्ष द्वारा भी विषय आधारित सुझाव दिए गए। कार्यक्रम का संचालन राजेश शर्मा के द्वारा किया गया।
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