असमय वर्षा के कारण सावधानी रखने की कृषि वैज्ञानिकों ने दी सलाह
फसलों को अंगमारी रोग से बचाव के लिए रिडोमिल दवा का करें छिड़काव
सीधी।
विगत कुछ दिनों से जिले में लगातार वर्षा हो रही है। वर्षा से फसलों पर लाभ-हानि दोनों होने की सम्भावना है। अभी सीधी जिले में गेहूं की बुआई का कार्य चल रहा था। दिनांक 13.12.2019 से 15.12.2019 तक करीब 70 मिली मीटर वर्षा होने से बुआई का कार्य पहले ही पिछड़ चुका था। अभी तक जिले में लगभग 85 प्रतिशत ही गेहू की बुबाई का कार्य हुआ है। इस वर्षा के कारण बुआई का कार्य पूर्ण होने की संभावना नहीं है।
कृषि विज्ञान केन्द्र सीधी के वैज्ञानिक डॉ. धनंजय सिंह द्वारा बताया गया कि यदि वर्षा के बाद बुआई का कार्य किया जाता है तो अच्छी उपज प्राप्त नहीं की जा सकती है। ऐसी दषा में किसान भाइयों को रबी की मौसम में खेत को खाली छोड़ देना तथा फरवरी के माह में उड़द या मूंग की खेती करना ज्यादा लाभकारी रहेगा।
उन्होने बताया कि चना एवं मसूर के फसल पर वर्षा के कारण जल जमाव से नुकसान होने की संभवना रहेगी। ऐसी दशा मे किसान भाइयों को खेत में जल जमाव को रोकने हेतु खेत में जल निकास की व्यवस्था बनानी चाहिए ताकि फसल को बचाया जा सके। इसी प्रकार टमाटर एवं आलू की फसल में वर्षा के कारण अंगमारी रोग आने की संभावना रहती है। यदि इस रोग के लक्षण फसल पर दिखाई देते है तो रिडोमिल दवा दो ग्राम प्रति लीटर पानी की दर से घोल बनाकर छिड़काव करें, जिससे फसल को सुरक्षित किया जा सकेगा।
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