कमिश्नर डॉ. भार्गव ने किया राज्य स्तरीय महिला क्रिकेट प्रतियोगिता का शुभारंभ

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कमिश्नर डॉ. भार्गव ने किया राज्य स्तरीय महिला क्रिकेट प्रतियोगिता का शुभारंभ




कमिश्नर डॉ. भार्गव ने किया राज्य स्तरीय महिला क्रिकेट प्रतियोगिता का शुभारंभ 

रीवा।
मध्यप्रदेश शासन के उच्च शिक्षा विभाग के निर्देशानुसार शासकीय कन्या स्नातकोत्तर महाविद्यालय रीवा के सौजन्य से राज्य स्तरीय महिला क्रिकेट प्रतियोगिता विश्वविद्यालय के स्टेडियम में आयोजित की गई। प्रतियोगिता का शुभारंभ मुख्य अतिथि के रूप में कमिश्नर रीवा संभाग डॉ. अशोक कुमार भार्गव ने किया। इस अवसर पर कमिश्नर डॉ. भार्गव ने कहा कि खेल के मैदान चरित्र निर्माण की प्रयोगशालाएं होती हैं। खेल के मैदान पूजा स्थल से कम नहीं होते और यहां सीखा गया अनुशासन हमारे चरित्र और व्यक्तित्व का निर्माण करता है। खेल के मैदान में आत्म विश्वास के साथ उतरें। खेलों में कोई भेदभाव नहीं होता जिन्हें सभी धर्मों और वर्गों के लोग एक साथ खेलते हैं। खेल के दौरान अपनी सोच को सकारात्मक बनाये रखकर भरपूर शक्ति के साथ जीत के लिए संघर्ष करें। यह जीवन भी एक खेल की ही तरह है। खिलाड़ियों को जीवन संग्राम में आने वाली चुनौतियों एवं विपरीत परिस्थितियों में चट्टान की तरह मजबूत इरादों से जूझकर कामयाबी प्राप्त करने की कोशिश करनी चाहिए। कामयाबी संयोग से नहीं बल्कि कड़ी मेहनत, लगन और कर्मठता से ही मिलती है। 
कमिश्नर डॉ. भार्गव ने सभी खिलाड़ियों के सुखद-समृद्ध भविष्य की कामना करते हुए कहा कि बेटियां वास्तव में हमारे समाज की संस्कृति और सभ्यता का आइना हैं। महिला खिलाड़ियों ने पूरे विश्व में विपरीत और विषम परिस्थितियों में भी देश का गौरव बढ़ाया है। उन्होंने कहा कि खिलाड़ियों को खेलों के साथ-साथ शासन द्वारा चलाये जाने वाले विभिन्न अभियानों में भी अपना सक्रिय योगदान करना चाहिए। उन्होंने कहा कि खिलाड़ी लोगों को व्यक्तिगत स्वच्छता के साथ-साथ सामूहिक स्वच्छता के लिए भी प्रेरित करें। स्वच्छता से ही स्वस्थ समाज की परिकल्पना साकार होती है। स्वच्छता को अपने संस्कारों में शामिल करें। कमिश्नर डॉ. भार्गव ने क्रिकेट प्रतियोगिता के शुभारंभ अवसर पर ध्वजारोहरण किया तथा खिलाड़ियों से परिचय प्राप्त किया। उन्होंने टॉस कराकर क्रिकेट प्रतियोगिता का शुभारंभ कराया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि कमिश्नर डॉ. भार्गव को स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया।
अतिरिक्त संचालक उच्च शिक्षा विभाग डॉ. पंकज श्रीवास्तव ने कहा कि क्रिकेट के क्षेत्र में महिला खिलाड़ी पुरूष खिलाड़ियों से कम नहीं हैं। वे राष्ट्रीय एवं अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर भी अपना नाम रोशन कर रही हैं। उन्होंने कहा कि महिलाओं को भी पुरूषों के समान सुविधाएं मिलेंगी तो वे बेहतर प्रदर्शन करेंगी। शासकीय कन्या महाविद्यालय की जनभागीदारी समिति की अध्यक्ष कविता पाण्डेय ने कहा कि खेल सिर्फ खेल भावना से ही खेलना चाहिए। क्रिकेट एक टीम वर्क है। खेलों में हारने से निराश नहीं होना चाहिए। महाविद्यालय को इस प्रतियोगिता के आयोजन का दायित्व मिलने से रीवा जिला गौरवान्वित है। प्राचार्य नीता सिंह ने कहा कि खेलों के प्रति समाज का रूझान बढ़ रहा है। विद्यार्थी कैरियर के रूप में इसे अपनाने लगे हैं। उन्होंने कहा कि कोशिश करने वालों की कभी हार नहीं होती। महाविद्यालय की प्राध्यापक डॉ. शालिनी कुंदेर ने स्वागत भाषण प्रस्तुत किया। उन्होंने कहा कि प्रतियोगिता के आयोजन से महाविद्यालय गौरवान्वित महसूस कर रहा है। उन्होंने राज्य शासन का आभार व्यक्त किया। प्रतियोगिता के शुभारंभ अवसर पर महाविद्यालय के प्राध्यापकगण, टीम मैनेजर, कोच, कैप्टन तथा प्रदेश की विभिन्न टीमों के खिलाड़ी उपस्थित थे।

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