15 दिन बाद महाराष्ट्र में राष्ट्रपति शासन लागू

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15 दिन बाद महाराष्ट्र में राष्ट्रपति शासन लागू








15 दिन बाद महाराष्ट्र में राष्ट्रपति शासन लागू


मुंबई। सरकार गठन को लेकर असमंजस की स्थिति के बीच महाराष्ट्र में राष्ट्रपति शासन लागू कर दिया गया है। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने कैबिनेट की सिफारिश को मंजूरी दे दी। राज्यापाल भगत सिंह कोश्यारी ने भी राष्ट्रपति शासन लगाने को लेकर राष्ट्रपति के पास रिपोर्ट भेजी थी। राष्ट्रपति शासन को लेकर शिवसेना ने सुप्रीम कोर्ट में दो याचिकाएं दाखिल कर तत्काल सुनवाई की मांग की है। बताया जा रहा है कि कपिल सिब्बल शिवसेना की ओर से सुप्रीम कोर्ट में पैरवी कर सकते हैं। गृह मंत्रालय ने कहा- राज्यपाल का मानना है कि नतीजे सामने आने के 15 दिन बाद भी कोई भी दल सरकार बनाने की स्थिति में नहीं है। ऐसे में राष्ट्रपति शासन लगाना ही बेहतर विकल्प है।

हालांकि  सूत्रों के अनुसार महाराष्ट्र में राष्ट्रपति शासन लगाने के पीछे मुख्य रूप से पांच आधार हैं. महाराष्ट्र में जारी राजनीतिक गतिरोध के दौरान पांच प्रमुख तथ्यों को आधार बनाकर राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने राष्ट्रपति शासन लगाने की सिफारिश केंद्र को भेजी है.


महाराष्ट्र में राष्ट्रपति शासन की सिफारिश के पीछे पांच आधार-

1. महाराष्ट्र में राजनीतिक गतिरोध बरकरार है.
2. दावे के बावजूद शिवसेना समर्थन के पत्र नहीं दे सकी‬ तथा और अधिक समय मांगा.
3. नेशनलिस्ट कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) ने भी और समय मांगा‬.
4. विधायकों की खरीद-फरोख्त के आरोप लग रहे हैं.
5.  कांग्रेस ऊहापोह की स्थिति में है.

सूत्रों के अनुसार उक्त तथ्यों के आधार पर राज्यपाल  भगत सिंह कोश्यारी ने राष्ट्रपति शासन लगाने के लिए सिफारिश की है. इसको केंद्रीय कैबिनेट ने मंजूरी दे दी है.।

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